1 साल से वेतन न मिलने के कारण वृद्धाश्रम के रसोइयों ने की हड़ताल
हापुड़। दोयमी रोड स्थित वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों को सुकुन नहीं मिल रहा है। इस माह से सरकारी मदद न मिलने के कारण वृद्धाश्रम के रसोइये शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए, जिसके कारण दिनभर खाना नहीं बना, बुजुर्ग भूख से तड़पते रहे। शाम को समाज कल्याण अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद बाहर से रसोइया बुलाकर खाना बनवाया गया।
दरअसल, दोयमी रोड पर जन हितकारी सेवा समिति द्वारा आवासीय वृद्धाश्रम चलाया जा रहा है। दूर दराज से आए बुजुर्ग इसमें रहते हैं, जिन्हें समय से खाना, पानी और जरूरत की अन्य चीजें मुहैया कराने के लिए शासन हर महीने करीब 5 लाख रुपये की ग्रांट देता है। जिला स्तरीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी समय-समय पर वृद्धाश्रम का निरीक्षण करते हैं।
लेकिन एक साल से वृद्धाश्रम को सरकारी मदद नहीं मिली है। वृद्धाश्रम की प्रबंधक रितिका शर्मा ने बताया कि शासन से पैसा नहीं मिलने के कारण समस्या बन रही है। शुक्रवार को एक साल से बिना वेतन के काम कर रहे रसोइयों ने हड़ताल कर दी। ऐसे में बुजुर्गों की सुबह, दोपहर, शाम का खाना नहीं मिल सका। भूख से तिलमिलाए बुजुर्ग अमर उजाला कार्यालय पहुंचे, वहां उन्होंने अपनी पीड़ा बताई।
वृद्धाश्रम का जायजा लिया तो सभी बुजुर्गों ने एक स्वर में कहा कि घर से परेशान होकर वे यहां आए हैं। लेकिन खाना नहीं मिलने से उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है। उधर, रसोइयों ने कहा कि एक साल से वेतन नहीं मिलने के कारण बच्चों का पालन पोषण मुश्किल से हो रहा है, ऐसे में कब तक फ्री में कार्य करते रहेंगे।
खाना न दिए जाने को लेकर फूलवती, चंचल, कुसुम, मूर्ति, विमला, उर्मिला, सविता, देवदत्त, विनोद, देवी सिंह, सूरज सिंह, कांति प्रसाद, अजब सिंह, हरपाल, कालूराम, ओमप्रकाश ने शिकायत दर्ज कराई।
निदेशालय से होना है भुगतान
वृद्धाश्रम संबंधी फाइल मार्च महीने में ही पूरी कर भेजी जा चुकी है। निदेशालय से भुगतान होना है, बुजुर्गों को भूखा नहीं रहने दिया जायेगा। आश्रम प्रबंधन को इस संबंध में निर्देशित कर दिया है। – शिवकुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी।
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