हर व्यक्ति को संविधान का ज्ञान होना चाहिए ताकि वे संविधान को अपने जीवन में उतर सकें – नरेन्द्र अग्रवाल,रजत अग्रवाल
हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।
संविधान दिवस के संदर्भ में एटीएमएस कॉलेज एवं परमार्थ कॉलेज आफ फार्मेसी अच्छेजा में संविधान की दृष्टि में हमारे कर्तव्य एवं अधिकार विषय पर गोष्ठी का आयोजन हुआ।
संस्था के अध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल और सचिव रजत अग्रवाल ने कहा कि हर व्यक्ति को संविधान का ज्ञान होना चाहिए ताकि वे संविधान को अपने जीवन में उतर सकें। कारी कारी निदेशक डॉक्टर राकेश अग्रवाल ने संविधान को राष्ट्र की आत्मा बताया। फार्मेसी के प्राचार्य डॉ अरुण कुमार ने विस्तार से संविधान की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। भारत का संविधान भारत का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को पारित हुआ और 26 जनवरी 1950 को प्रभावित हुआ डॉ राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष थे 299 सदस्य थे डॉ भीमराव अंबेडकर संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष थे। एकता अखंडता और अभिव्यक्ति की आजादी आदि को स्पष्ट किया गया। संविधान का प्रारूप 66 देश के संविधान और भारतीय प्राचीन ग्रंथो का अध्ययन करने के बाद निर्धारित किया गया। संशोधन के बाद संविधान में 470 अनुच्छेद हैं। संविधान में नागरिकों के मूल अधिकार और कर्तव्यों का विस्तार से उल्लेख किया गया है।
बीएड के प्राचार्य डॉक्टर सत्यवीर सिंह, डॉक्टर संजय कुमार पॉलिटेक्निक के कोऑर्डिनेटर इंजीनियर विद्युत भद्रा , सौरभ कुमार रोहन शिवानी मैं भी अपने विचार व्यक्त किया। अनेक छात्रों ने परिचर्चा में भाग लिया। इस अवसर पर शिक्षक सोहन पाल सिंह, स्वीटी सागर, पारुल शर्मा , प्राची चौधरी , अनंत पाराशर , आसिफ, अरविंद कुमार, राहुल सिंह, अमिता शर्मा, प्रीति, लवी शर्मा, कनिका, रिया कौशिक , नारायण अरोड़ा आदि उपस्थित थे। अंत में सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को संविधान की शपथ दिलाई गई।