हर घर में नल से पहुंचेगा पानी योजना से लाभान्वित होगीं जनपद की 241 ग्राम पंचायतें व गांव

हापुड़(अमित मुन्ना)।
जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए।
आज जिला अधिकारी अनुज सिंह व मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह कलेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक में मैसर्स एल सी इंफ्रा को जनपद हापुड़ में पेयजल योजना के निर्माण हेतु 232 ग्राम पंचायतों में नई योजनाओं के लिए 8 गुणत्ता प्रभावित ग्राम एवं एक नग पुनर्गठन योजनाओं की 241 ग्राम पंचायत व गांव की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे ।
इस पर सहायक अभियंता ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि उक्त संस्था द्वारा सूची उपलब्ध करा दी गई है। बैठक में जिलाधिकारी ने कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन द्वारा कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए ही कार्य संपन्न कराए जाएं। मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाये।
जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य हेतु भूमि के आवंटन की कार्रवाई संबंधित ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत सचिव तथा ग्राम के लेखपाल द्वारा की जाएगी।
भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना जल जीवन मिशन कार्यक्रम जनपद हापुड़ के प्रत्येक गांव में हर घर नल से जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ग्रामीण पेयजल योजना का निर्माण कराया जा रहा है जिसके लिए एक त्रिपक्षीय अनुबंध गठित किया गया है। सदस्य सचिव , जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन (प्रथम पक्ष) ग्राम पंचायत सचिव ग्राम पेयजल एवं स्वच्छता मिशन (द्वितीय पक्ष) तथा कार्यदाई संस्था तृतीय पक्ष के रूप में कार्य करेगी। राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति की बैठक में जनपद हापुड़ के लिए 44 गांव में ग्रामीण पेयजल योजना के निर्माण हेतु डीपीआर स्वीकृत हो चुकी है जिसके सापेक्ष 31 ग्रामों में त्रिपक्षीय अनुबंध गठन की कार्रवाई पूरी की जा चुकी है। जिलाधिकारी ने त्रिपक्षीय पार्टी को निर्देशित किया कि कार्यों की गुणवत्ता की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। संबंधित कार्यदाई संस्था ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि गांव के स्कूल, अस्पताल व सरकारी इमारतों का सर्वे थर्ड पार्टी द्वारा किया जा रहा है। बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, एच पी डी ए के अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

Exit mobile version