सूटकेस में मिला महिला के शव की हुई शिनाख्त , उधार की रकम वापस मांगने व किसी अन्य से दोस्ती के शक में बॉयफ्रेंड ने की थी दिल्ली निवासी प्रेमिका नीलेश की हत्या, गिरफ्तार

सूटकेस में मिला महिला के शव की हुई शिनाख्त , उधार की रकम वापस मांगने व किसी अन्य से दोस्ती के शक में बॉयफ्रेंड ने की थी दिल्ली निवासी प्रेमिका नीलेश की हत्या, गिरफ्तार
हापुड़ (यर्थाथ अग्रवाल मुन्ना/ रिशु सिंह)।
थाना पिलखुवा क्षेत्र में बदमाशों ने एक महिला की हत्या कर शव सूटकेस में रखकर सिखैड़ा रजवाहा के पास फेंककर फरार हो गए थे। पुलिस ने महिला की शिनाख्त दिल्ली निवासी निलेश के रूप में करते हुए हत्यारोपी बॉयफ्रेंड को गिरफ्तार कर लिया। उधार के रूपए वापस मांगने पर व किसी अन्य से दोस्ती के शक के शक में आरोपी प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी से मृतका का सामान (एक बैंक पास बुक, एक चैक, एक केवाईसी फार्म, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड), 2 मोबाइल फोन व घटना में प्रयुक्त कार बरामद किया।
जानकारी के अनुसार हापुड़ के धौलाना क्षेत्र में विगत शुक्रवार सुबह गांव सिखैड़ा में रजवाहा के बंबे पर सूटकेस दिखाई दिया था। पुलिस ने मौके पर पहुंच सूटकेस खोला,तो उसके अंदर एक महिला की लाश थी।
एसपी कुंवर ज्ञान्जय सिंह ने कहा कि मृतका की पहचान नई दिल्ली के त्रिलोकीपुरी निवासी नीलेश पुत्री अहिवरन के रूप में हुई है।
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ करने पर बताया कि मृतका और मैं आपस में प्यार करते थे जब मृतका को किडनी की बीमारी थी तो वह धर्मशिला अस्पताल दिल्ली में भर्ती रही थी, मैं उसके पास अस्पताल में मिलने जाता था जहां पर मेरी उसके पिताजी और भाइयों से भी मुलाकात हुई थी तथा मृतका नीलेश ने अपने घर वालो से मुझे अपना दोस्त बताया था। मैं पिछले वर्ष अक्तूबर में पटियाला में हल्दीराम के रैस्टॉरेंट के निर्माण के सम्बन्ध में कम्पनी की तरफ से गया था जहां मैं लगभग 5 महीने रहा था उस दौरान जब मैं रात्रि में मृतका नीलेश के फोन न0 पर कॉल करता तो उसका फोन अक्सर बिजी आता था तो मुझेबुरा लगता था जिस पर मुछे शक होता था कि वह किसी और व्यक्ति के सम्बन्ध में आ गयी है तभी से हमारे बीच मन मुटाव चल रहा था जिसके बाद मैं दिल्ली आ गया था और नीलेश से मिलने पर कई बार उसके फोन को चैक करने की कोशिश की परन्तु उसमें लॉक लगा रखा था फोन चैक नहीं करने देती थी दिनांक 28.05.25 को नीलेश मुझसे मिलने दोपहर मेरे कमरे पर आयी थी, मैंने नीलेश से 5.25 लाख रुपये उधार लिये थे जिनसे मैने कार खरीद ली थी तथा वह उधार दिये रुपये में से 02 लाख रूपये मांग रही थी मेरे पास उस वक्त पैसे नहीं थे मैने उससे पैसे वापस करने के लिये कुछ समय मांगा लेकिन वह मुझ पर उसी समय पैसे देने का दबाव बना रही थी तब गुस्से में आकर चुन्नी से उसका गला घोंट दिया जिससे मोके पर नीलेश की मृत्यु हो गयी। अपने कमरे पर रखे आसमानी रंग के स्टकेस में नीलेश के शव को रखकर सटकेस बंद कर दिया और रात होने का इंतजार करने लगा। रात के लगभग 9 बजे मैनेअपना फोन भी बंद कर लिया और में रात के अंधेरे का फायदा उठाकर नीलेश के शव वाले सूटकेश को खींचकर बाहर गली मेखडी अपनी कार महिन्द्रा टीयूवी 300 कार रंग काला रजि०नंO DL 8CAR 3138 के पास ले जाकर सूटकेस को अपनी कार की डिग्गी मेरखकर नीलेश केशव को किसी अनजान जगह छिपाने के लिये चल दिया रास्ते में गाजीपुर के पास गंदे नाले में मैंने नीलेश का फोन तोडकर फेंक दिया.था तथा उसके बाद में दिल्ली से मुरादाबाद की तरफ चल दिया। इस रास्ते पर में पहले भी कई बार जा चुका था में टोल बचाने के लिए छिजारसी टोल से पहले राजवाहे की पटरी से होकर जाता था जहां पर काफी सुनसान जगह थी। जिसपर में इधर उधर जगह ढूंढता हुआ सिखैडा बम्बे के पास पहुंचा तो आसपास एकांत होने पर मैंने अपनी गाडी की डिगी से सूटकेश निकालकर रजवाहे मे फेंक दिया था।