सरकारी अभिलेखों में त्रुटि करने वालों की जिम्मेदारी तय करें सरकार
हापुड़ ।
जिले की तहसीलों के राजस्व कर्मियों द्वारा अभिलेखों व खाता खतौनियों में लापरवाही पूर्वक इंद्राज करते वक्त लगातार त्रुटियों पर व्यवस्था सुधार आंदोलन समिति ने त्रिलोकीपुरम में चिंतन गोष्ठी की। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से मामलों पर संज्ञान लेकर संबंधित की जिम्मेदारी तय करने की मांग की।
समीति अध्यक्ष ऋषिपाल सैनी ने कहा कि तहसीलों के राजस्व अभिलेखों में कई स्तर पर लिपिकीय त्रुटियां आम बात हो गयी है। इस प्रक्रिया में किसी की भी जिम्मेदारी तय न होना इसका सबसे बडा कारण है। उन्होने कहा कि अभिलेखों और सिस्टम में एंट्रिया करते वक्त कर्मियों द्वारा निजी फर्म और कंपनियों के कर्मियों की भांति गंभीरता और उचित सतर्कता बरती जाए। तभी इस समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।
लेकिन दुर्भाग्य से राजस्व विभाग में ऐसा होता नहीं है। इसी का परिणाम है कि संबंधित किसान उन त्रुटियों को ठीक करानें में अपनी एड़ी चोटी का जोर लगाते हैं जो उन्होनें की ही नहीं हैं। जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सैनी एडवोकेट ने कहा कि अभिलेखीय त्रुटियों के कारण कई कृषक, सरकारी और कल्याणकारी योजनाओ का लाभ तक लेने से वंचित रह जाते है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि अगर कोई त्रुटि होती है, तो उसपर तत्काल संज्ञान लेकर सहीं कराया जाए। साथ ही संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी भी तय की जाए।
इस मौके पर महामंत्री विजय दत्त शर्मा, अंकित भाटी, कर्मवीर सिंह, राजवीर सिंह आदि शामिल रहे।