समस्याओं के समाधान के लिए मेडिकल एसोशिएशन ने पीएम को सम्बोधित ज्ञॉपन एडीएम को सौंपा
हापुड़(अमित मुन्ना/अनूप)।
इंडियन मैडिकल एसोसियेशन की लम्बे समय लाम्बित याचिकाओं को हल करने और आधुनिक चिकित्सा पेशेवरों के लिए मानसिक एवं शारीरिक भय के बिना करूणा और समर्पण के साथ काम करने के लिए ईष्टतम वातावरण सुनिश्चित करने के लिए हापुड़ आईएमए ने पीएम मोदी को सम्बोधित एक ज्ञॉपन एडीएम को सौंपा।
पीएम को भेजे ज्ञॉपन में कहा गया कि कोविड- 19 महामारी के दौरान पूरी चिकित्सा बिरादरी पहले दिन से ही कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध में अग्रिम मोर्चे पर जूझ रही है और लाखों लोगों को गम्भीर कोविड- 19 के चंगुल से बचाने में सक्षम रही है। सौदा, अपने दिग्गजों को और गतिशील युवाओं से 1400 से अधिक को कोविड-19 के खिलाफ इस युद्ध में शहीद के रूप में खो दिया है। हालांकि दूसरी लहर ने हमारे देश को बहुत बुरी तरह से जकड़ लिया है और हमारे लोगों को पीड़ित किया है। आक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने, रेमडेसिविर इंजेक्शन के विवेकपूर्ण उपयोग को प्रोत्साहित करने और अस्पताल के बिस्तरों और क्षमता में तेजी लाने के आपके अभिनव कदमों ने फ्रंटलाईन कार्यकर्ताओं को काम करने की दिशा में समर्पण के साथ काम करने में सक्षम बनाया है।
उन्होंने कहा कि .हम मानते है कि टीकाकरण शुरू करने का आपका सक्रिय नवाचार है जो हजारों लोगों को कोरोना के शिकार होने से बचाने और उन्हें बिमारी के गंभीर लक्षणों से बचाने में एकमात्र सहायक है। आई. एम. ए. पहले दिन से ही देश में टीकाकरण अभियान को प्रोत्साहित करने, समर्थन देने और बढ़ाने के लिए सरकार के साथ सक्रिय रूप से खड़ा रहा है। आपके संरक्षण से आम जनता के मन में वैक्सीन की झिझक काफी कम हो गयी है। हम आधुनिक चिकित्सा पेशावरों के लिए आपकी सराहना और टीकाकरण के खिलाफ गलत सूचना फैलाने वाले लोगों के खिलाफ दृढ़ता से खड़े होने के लिए आपको धन्यवाद देते हैं।
इस महामारी के बीच इस देश में डाक्टरों और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के खिलाफ शारीरिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं को देखकर हमे भी गहरा दुख हुआ है। असम में हमारे युवा डाक्टर पर क्रूर हमला व देश भर में महिला डाक्टरों और यहां तक की अनुभवी चिकित्सकों पर हमलें, वास्तव में चिकित्सकों के बीच मानसिक आघात पैदा कर रहे हैं । हजारों लोगों के प्रति अपनी समर्पित सेवा के कारण कई युवा डाक्टरों ने भी अपनी जान गंवाई है जिससे न केवल डाक्टरों को बल्कि उनके करीबी परिवार के लोगों को भी प्रभावित किया है। ऐसे मामले हैं जहां पति और पत्नि दोनो डाक्टर होने के कारण अपने बच्चों को अनाथ के रूप में छोड़कर अपनी जान गंवा चुके हैं। आई. एम. ए. ऐसे सभी मामलों की एक तालिका रखता है और हम समय समय पर इनके विवरणों को इन परिवारों के लिए मान्यता और समर्थना मांगने वाले अधिकारों को प्रस्तुत करते हैं।
आई.एम.ए. हापुड़ के अध्यक्ष डॉ० दिनेश गर्ग व वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. योगेश गोयल ने बताया कि .राष्ट्र का स्वास्थ्य पेशे के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। हमारे डाक्टरों पर निरन्तर और चल रहे शारीरिक और मानसिक हमले के साथ निहित स्वार्थ वाले कुछ लोगों के द्वारा आधुनिक चिकित्सा और टीकाकरण के खिलाफ गलत सूचना के उद्देश्य के प्रसार के साथ आई.एम.ए. एक बार फिर व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने और हमारी लंबे समय से लाम्बित याचिकाओं को हल करने के लिए बाध्य है। पैशेवर और पेशावरों पर हमले बंद किये जाने चाहिए।
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