श्री दिगंबर जैन रथयात्रा महोत्सव में विराट कवि सम्मेलन हुआ आयोजित

हापुड़ (अमित मुन्ना/राहुल बंसल )।
श्री दिगंबर जैन रथयात्रा महोत्सव
के तत्वावधान में यहां गढ़ रोड स्थित मनोहर हेरिटेज में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
अध्यक्ष अनिल जैन,महामंत्री अशोक जैन,कोषाध्यक्ष सुखमाल चंद जैन,संरक्षक सदस्य एवं कवि सम्मेलन संयोजक सुधीर जैन एवं गौरव जैन ने सभी कवियों को प्रतीक चिन्ह एवं पटका पहनाकर सम्मानित किया,
अध्यक्षता करते हुए प्रख्यात गीतकार डा. विष्णु सक्सेना ने पढ़ा, मैं मानता हूं मैं दौलत कमा नहीं पाया,मगर तुम्हारा हर गम खरीद सकता हूं।
डा. अनिल बाजपेई ने पढ़ा
ये जो चांद पाने का जिगर है,
तुम्हारी ही दुआओं का असर है,
अब तो छू लेंगे अनिल ये अंबर
सच दूर तलक हमारी नजर है।
एटा से आई कवयित्री समीक्षा जादौन ने पढ़ा, मैं वेदों का अमर ज्ञान, मैं वचनों की परिपाटी हूं,में युद्धों का अर्जित फल ,वीरों की हल्दी घाटी हूं,
आशीष अनल ने पढ़ा,ये तिरंगा तो हमारी आन बान है,ये हमारी आजादी की पहचान है,ये एक अरब जनता की छाती है,ये हमारे शौर्य के दिए की बाती है,
कवयित्री गौरी मिश्र ने पढ़ा,
जहां दुश्वार हैं राहें,वहीं आराम लिखा है,ये लगता है मुहब्बत का कोई पैगाम लिखा है, में अपना घर समझ करके यहां चली आई क्योंकि,तुम्हारे दिल के दरवाजे पे मेरा नाम लिखा है,
सर्वेश अस्थाना ने पढ़ा,पिताजी को मेरी शादी का खयाल आया,इसीलिए उन्होंने हमारा वैवाहिक विज्ञापन निकलवाया,
लेकिन अखवार वालों ने मेरे बारे में पता नही क्या नापा,मेरा वर्णन खरीद बिक्री वाले में छापा,
सुदीप भोला ने अपने काव्य पाठ से श्रोताओं को जमकर हंसाया,उन्होंने पढ़ा तूफान डार्लिंग तू कहां पर फिसल गया,मौसम विभाग का तो जनाजा निकल गया,
सभी कवियों को सम्मानित किया गया।प्रधान अनिल जैन,सुरेश चंद जैन,नितिन जैन,संजीव जैन,तुषार जैन,सुशील जैन,अंकुर,सचिन अमित अशोक जैन,आकाश,विकास संदीप मोनू जैन नमन अंकित योगेंद्र का सहयोग रहा
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