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श्री चंडी मंदिर नमाज प्रकरण: पुजारी को रखनें की मांग ने जोर पकड़ा
पुजारी को बहाल कराने को एसडीएम से मिला हापुड़ बार एसोसिएशन
- सिद्धपीठ श्रीचंडी मंदिर में नमाज पढ़ने के प्रकरण के बाद समिति ने पुजारी पर फोड़ा था ठिकरा
- हापुड़ बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने पुजारी की सेवा बहाल करने की उठाई मांग
हापुड़, ।
नगर के प्रसिद्ध सिद्धपीठ श्री चंडी मंदिर में एक व्यक्ति द्वारा नमाज पढ़ने के प्रकरण के बाद मंदिर समिति ने मुख्य पुजारी मुन्ना तिवारी को निष्कासित कर दिया था। इसके विरोध में हापुड़ बार एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को जिला मुख्यालय पहुंचा। उन्होंने डीएम की अनुपस्थित में डिप्टी कलक्टर प्रह्लाद सिंह से मुलाकात कर पुजारी को बहाल कराने की मांग की।
बता दें कि नगर के प्रसिद्ध सिद्धपीठ चंडी मंदिर में 9 जून की सुबह एक व्यक्ति ने नमाज पढ़ी थी। समिति ने नमाज पढ़ने का पूरा ठिकरा पुजारी मुन्ना तिवारी पर फोड़कर उसे निष्कासित कर दिया। इसकी सूचना पर कई सामाजिक संगठनों में समिति के खिलाफ रोष पनप गया। पूर्व में 13 संस्थाओं ने समिति के प्रधान नवनीत अग्रवाल व मंत्री सत्यनारायण अग्रवाल से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें पुजारी की सेवा को पुन: बहाल करने की मांग की।
इसके बावजूद भी पुजारी को बहाल नहीं किया गया। अब हापुड़ बार एसोसिएशन मंदिर समिति के विरोध में उतर गया है। बार एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल डीएम प्रेरणा शर्मा से मुलाकात करने जिला मुख्यालय पहुंचा। लेकिन डीएम की अनुपस्थिति में एसडीएम प्रह्लाद सिंह ने अधिवक्ताओं की समस्या सुनी। पूर्व अध्यक्ष अजीत चौधरी व वर्तमान सचिव नरेन्द्र शर्मा ने कहा कि मंदिर समिति ने पुजारी को बाहर कर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। जिसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने एसडीएम से कहा कि पूरे प्रकरण की जांच कर पुजारी को बहाल कराया जाए। इसपर एसडीएम ने डीएम के समक्ष मामला रख, जांच कराकर समाधान कराने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष अजीत चौधरी, वर्तमान सचिव नरेन्द्र शर्मा, पूर्व सचिव भोपाल शिशौदिया, नवनीत सहलौत, सौरभ शर्मा, अंकुर शर्मा, पुष कुमार, अनुज चौधरी, गजेन्द्र तोमर आदि शामिल रहे।
इन संस्थाओं ने भी पुजारी का किया था समर्थन:
हापुड़ बार एसोसिएशन, बार एसोसिएशन गाजियाबाद, टैक्स बार एसोसिएशन हापुड़, युवा अधिवक्ता संघ हापुड़, अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा हापुड़, परशुराम यात्रा संघ, केसरिया हिंदू वाहिनी हापुड़, सिनीयर सिटीजन कल्याण समिति, अखिल भारतीय युवा क्षत्रिय राजपूत महासभा हापुड़ आदि संस्थाओं ने पुजारी को बहाल करने की मांग उठाई थी।