लाड़ली राधा रानी का अपमान करने वालें कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथा 5 अक्टूबर से होगी हापुड़ की धरती पर,भंडारे के लिए किए जा रहे सड़े आलूओं की सब्जी, करोड़ों रुपए खर्च होने का अंदेशा, इंनकमटेक्स डिपार्टमेंट एलर्ट मोड़ पर

लाड़ली राधा रानी का अपमान करने वालें कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथा 5 अक्टूबर से होगी हापुड़ की धरती पर,भंडारे के लिए किए जा रहे सड़े आलूओं की सब्जी, करोड़ों रुपए खर्च होने का अंदेशा, इंनकमटेक्स डिपार्टमेंट एलर्ट मोड़ पर

हापुड़ (अमित मुन्ना/रिशु सिंह)।

लाड़ली राधा रानी का अपमान करने वालें कथावाचक प्रदीप मिश्रा की हापुड़ की धरती पर करोड़ों रुपए खर्च करके पांच अक्टूबर से कथा आयोजित की जा रही हैं। कथा में करोड़ों रुपए खर्च की सूचना से इंनकमटेक्स डिपार्टमेंट भी अलर्ट मोड़ पर हैं। उधर कथा में बनाए जा रहे भंडारें में सड़े आलूओं से सब्जी बनाई जा रही हैं। जिससे भीषण गर्मी में इसका सेवन करने से श्रद्धालु बीमार पड़ सकते हैं।

जानकारी के अनुसार हापुड़ में कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथा का 5 अक्टूबर को आयोजन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह के अनुसार पहले आयोजक द्वारा लाखों की भीड़ आने का दावा करते हुए परमिशन मांगी थी, परन्तु बाद में संख्या 50-60 हजार तक पर रुक गई। इतने बड़े आयोजन पर करोड़ों रुपए खर्च होने की चर्चा हैं,जिस कारण इंकमटैक्स विभाग की निगाहें भी कथास्थल पर बिछी हुई है।

क्यों हुए विवादित और क्या कहा़ था

पं. प्रदीप मिश्रा ने अपने प्रवचन में कहा था- राधा के पति का नाम अनय घोष, उनकी सास का नाम जटिला और ननद का नाम कुटिला था। राधा जी का विवाह छाता में हुआ था। राधा जी बरसाना की नहीं, रावल की रहने वाली थीं। बरसाना में तो राधा जी के पिता की कचहरी थी, जहां वह सालभर में एक बार आती थीं।

पं प्रदीप मिश्रा के इस बयान के बाद तो लाडली राधा रानी के भक्तों में आक्रोश व्याप्त हो गया और माफी मांगने की मांग की गई,जिसके बाद पं प्रदीप मिश्रा 29 जून को प्रदीप मिश्रा ने बरसाना पहुंच कर राधारानी के मंदिर में नाक रगड़ कर माफी मांगी थी।

उधर हापुड़ में राधारानी के भक्तों द्वारा भी हापुड़ की धरती पर हो रही प्रदीप मिश्रा की कथा का विरोध किया जा रहा हैं। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सर्तक हैं।

उधर कथास्थल पर श्रद्धालुओं के लिए बनाए जा रहे भड़ारें में संडे हुए आलूओं से सब्जी बनाई जा रही हैं।

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