यूपी में जो दस सीटों पर उपचुनाव होगा वह भी दंगल है। हमारी मेहनत का जनता की अदालत में फैसला होगा – जंयत चौधरी
यूपी में जो दस सीटों पर उपचुनाव होगा वह भी दंगल है। हमारी मेहनत का जनता की अदालत में फैसला होगा – जंयत चौधरी
एनबीटी न्यूज, हापुड़।
मोदी सरकार मैं कौशल विकास और उद्यमिता शिक्षा राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि हरियाणा ओर जम्मू कश्मीर में अप्रत्याशित नतीजे आए हैं इसमें कोई शक नहीं है वही गति बनी रहेगी। यूपी में जो दस सीटों पर उपचुनाव होगा ,वह भी दंगल है। हमारी मेहनत का जनता की अदालत में फैसला होगा।
केन्द्रीय मंत्री यहां बाबूगढ़ क्षेत्र के कुचेसर रोड चौपाल पर गंगादास की स्मृति में आयोजित दंगल में मुख्यातिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में खेल आयोजन हो रहे हैं। ओलंपिक 2026 में भारत सरकार का प्रयास है। युवा इस तरह के खेल के आयोजन देखने जाते हैं और उन्हें वहां से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। हमारे मंत्रालय ने भी इसमें पहल की है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान और नौजवान जानते हैं देश में पहली स्पोर्ट्स की यूनिवर्सिटी का प्रॉजेक्ट भी एक महत्वपूर्ण परियोजना है। जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया किया। मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। उसको भी हम गति देने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि ऑयल सीड्स मिशन का जो निर्णय हुआ है, उससे किसानों को फायदा होगा। टर्म्स ऑफ ट्रेड किसानों के हित में नहीं है, लेकिन हाल ही में ऑयल सीड्स मिशन को लेकर कैबिनेट ने जो निर्णय लिया है, उसकी चर्चा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है. इससे बड़ा बदलाव होगा।
चौधरी ने कहा कि अब तक हम विदेशों से सोयाबीन और पाम ऑयल का आयात करते थे, लेकिन अब उसकी इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी गई है. उन्होंने कहा कि हमें इस बात को समझना होगा कि जो टर्म्स ऑफ ट्रेड है, वो किसान के हित में नहीं है. हमें यह भी देखना होगा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार में हमारे किसान के उत्पाद जब मंडी में आए तो वे आयात न हो।इसके लिए हमें इस तरह की व्यवस्था बनानी होगी, ताकि बेहतर से बेहतर भाव किसानों को मिल सके।
जयंत चौधरी दंगल में दोनों पहलवानों के हाथ मिलवाकर दंगल की शुरुआत करवाई। उन्होंने कहा कि गंगादास जी की स्मृति में दंगल का आयोजन किया जा रहा है। गांव देहात में हमेशा परंपरा रही है। गंगादास जी का 1857 की क्रांति में बड़ी भूमिका और योगदान रहा है। बच्चों के अंदर अच्छे संस्कार पैदा करना सामाजिकता से जुड़ना, संस्कार पैदा करना हमारी प्राथमिकता रही है।