मोनाड विश्वविद्यालय के छात्रों ने पीजेएमटी नेशनल ग्रीन अर्थ चैलेंज राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में डेढ़ लाख की प्रोत्साहन राशि जीतकर प्रथम स्थान प्राप्त किया

*मोनाड विश्वविद्यालय के छात्रों ने पीजेएमटी नेशनल ग्रीन अर्थ चैलेंज राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में डेढ़ लाख की प्रोत्साहन राशि जीतकर प्रथम स्थान प्राप्त किया*
मोनाड विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के छात्रों ने इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी) लोधी रोड नई दिल्ली में आयोजित पीजेएमटी नेशनल ग्रीन अर्थ चैलेंज की राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया, जिसमें वि०वि० के इंजिनियरिंग विभाग के छात्र मोहम्मद साहिल बी.टेक मैकेनिकल तृतीय वर्ष, याशिका वाही, बी.टेक कम्प्यूटर साइंस प्रथम वर्ष और विशाल कुमार बी.टेक कम्प्यूटर साइंस तृतीय वर्ष ने पीजेएमटी नेशनल ग्रीन अर्थ चैलेंज की राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में डिजाइन श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर वि०वि० के इंजीनियरिंग संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो० विकास त्यागी ने बताया कि इन छात्रों ने पूर्व में भी पीजेएमटी नेशनल ग्रीन अर्थ चैलेंज की नोर्थ जोनल राउंड में अपने नवाचारी स्टार्ट-अप प्रोजेक्ट *स्मार्ट इलेक्ट्रिक वाहन* का प्रदर्शन किया था तथा उसमें अपनी अद्भुत प्रतिभा व समर्पण का परिचय देते हुये प्रथम स्थान प्राप्त कर इस प्रतियोगिता के राष्ट्रीय राउंड के लिए भी सफलतापूर्वक अर्हता प्राप्त की थी, जिसमें छात्रों को नोर्थ जोनल राउंड में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु पच्चीस हजार की प्रोत्साहन राशि देकर भी सम्मानित किया गया था। वहीं इन छात्रों पीजेएमटी नेशनल ग्रीन अर्थ चैलेंज की राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है जिसके लिये इन छात्रों को एक लाख पचास हजार की प्रोत्साहन राशि प्रदान कर सम्मानित किया गया है। छात्रों की इस सफलता पर वि०वि० के प्रतिकुलाधिपति डॉ० एन०के० सिंह, कुलपति डॉ० एम० जावेद, उपकुलपति एवं कुलसचिव कर्नल डॉ० डी०पी० सिंह, उपकुलपति (प्रशासनिक) प्रो० योगेश पाल सिंह, उपकुलपति (अकादमिक) डॉ० जयदीप कुमार एवं उपकुलपति (प्रवेश) रोहित शर्मा ने छात्रों को बधाई दी तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस प्रतियोगिता में मैकेनिकल विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ० विशाल वशिष्ठ ने छात्रों का सफल मार्गदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में एनआईटी दिल्ली, दिल्ली विश्वविद्यालय सहित उन्नीस राज्यों के पांच सौ संस्थानों के छात्र एवं छात्राओं की लगभग सोलह टीमों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर इंजीनियरिंग संकाय के समस्त शिक्षकों सहित अन्य विभागों के शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों को बधाई दी।