मोटे अनाज की उपयोगिता पर आयोजित हुई सेमिनार,बताएं फायदें
हापुड़ (रिशू सिंह)।
38 बटालियन उ०प्र० एनसीसी की इकाई 1/38 कम्पनी उ०प्र० एनसीसी, एसएसवी पीजी कॉलेज, हापुड़ मे मोटे अनाज के सम्बन्ध मे ज्ञान सम्वर्द्धन के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमिनार मे अतिथि व्याख्याता (guest lecturer) के रूप में रसायन विज्ञान विभाग की प्रोफेसर (डा०) संगीता अग्रवाल तथा महाविद्यालय की डीन नीनू अग्रवाल को मुख्य अतिथि के रूप मे आमंत्रित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कम्पनी के सीनियर अण्डर ऑफिसर ह्रिदेश यादव ने किया। इन्होंने मोटे अनाज की उपयोगिता के बताया। मोटे अनाज के सन्दर्भ मे अण्डर ऑफिसर सचिन कुमार व लक्की कुमार, सार्जेंट ॴचल चौधरी, सीपीएल खुशी तोमर, कैडेट खुशी, दीपक रावत आदि ने मोटे अनाज पर अपने ज्ञान व अनुभव को साझा किया।
प्रोफेसर संगीता अग्रवाल ने अपने अतिथि व्याख्यान मे मोटे अनाज से होने वाले स्वास्थ्य तथा वित्तीय लाभ पर प्रकाश डाला। एनसीसी के एएनओ लेफ्टिनेंट मानवेन्द्र सिंह बघेल ने बताया कि ऐसा नहीं है कि केवल जंक-फूड या बाजार मे मिलने वाले मैदा से बनने वाले पकवान ही स्वादिष्ट होते हैं, मोटे अनाज से बनने वाला हमारा पारम्परिक फास्ट – फूड भी बहुत ही स्वादिष्ट होता है और साथ ही साथ स्वास्थ्य-वर्धक भी होता है। समापन भाषण में मुख्य अतिथि डॉ० नीनू अग्रवाल ने बताया कि गेहूं तो एक विदेशी अनाज है और जिन्हें हम मोटा अनाज कहते हैं वे देशी अनाज हैं। और हमारे वातावरण व शारीरिक संरचना के अनुसार हैं।