महिला काव्य मंच के तत्वावधान में विश्व हास्य दिवस पर आयोजित हुई गोष्ठी

हापुड़।

विश्व हास्य दिवस है आओ जरा हंस लें
अपनी इस दुनिया को मधुर मधुर रंगों से भर लें
महिला काव्य मंच के तत्वावधान में कवयित्री डॉक्टर रानी कमलेश अग्रवाल ने विश्व हास्य दिवस के अवसर पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया। किस अवसर पर अनेक कवियित्रियों ने अपनी हास्य रचनाएं प्रस्तुत कीं।

डॉक्टर रानी कमलेश ने काव्य गोष्ठी का संचालन किया और पूजा महेश ने अध्यक्षता की। डॉक्टर रानी कमलेश ने अपनी रचना इस प्रकार प्रस्तुत की ” इंसान होने की निशानी एक बस मुस्कान है खल रही चेहरे पर जो मुस्कान ही तो शान है ” पूजा महेश ने हास्य बिखेरते हुए कहा ” टकले ने टकली से बिहार रचाया पंडित जी ने विधिवत ब्याह संपन्न कराया पर एक समस्या तभी विकेट की आई जब कन्या की मांग भरने की बारी आई । कवित्री मनीषा मन्नू बुंदली ने कहा ” हंस लिया करो बेवजह भी कभी बहम ना पालो कि बहुत समय पड़ा है अभी।

गरिमा त्यागी ने कहा ” गरिमा हंसने में छिपी हंसो खूब दिन रैन , मिलजुल कर हंसते रहो पा जाओगे चैन ” ।

लक्ष्मी शर्मा हंसी को मुश्किलों का हल बताया ” तू खुद हंस औरों को हंसाता चल, बांट दे हंसी का खजाना मिल जाएगा हर मुश्किल का हल ।

शिवा स्कूल की प्रधानाचार्य डॉ .सुमन अग्रवाल ने हंसी को रोगों के इलाज का आधार बताया ” मुस्कुरा दो एक बार कड़वी दवा मीठी लगे दूर होते मुस्कुराने से सभी के रोग सारे । अन्ना अनेक कवयित्रियों ने हास्य रस को कविता का प्रमुख रस बताया।

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