मंड़ी शुल्क पर बिफरें व्यापारी, प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री से की वापस लेनें की मांग, भाजपा नेता सहित व्यापारियों ने भेजा ज्ञॉपन
हापुड़(अमित मुन्ना)।
हापुड़ उघोग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने सरकार द्वारा मण्डी के बाहर कार्य करने वाले व्यापारियों के लिए मण्डी शुल्क लागू करने को लेकर आक्रोश व्यक्त किया और उसे वापस लेनें की मांग की।
मुख्यमंत्री को भेजें ज्ञॉपन में कहा गया कि आपके मण्डी विभाग ने मण्डी में घोषित उत्पादनों का व्यापार मण्डी से बाहर करने वाले व्यापारियों पर उपरोक्त पत्र के द्वारा मण्डी शुल्क लागू कर दिया है जिसे पूर्व में समाप्त कर दिया गया था। इस आदेश से प्रदेश में मण्डी के बाहर गल्ला, किराना, दाल, दलहन, तिलहन, गुड़ लकड़ी व अन्य कृषि उत्पादनों का व्यापार करने वाले व्यापारियों पर अनावश्यक बोझ बढ़ेगा और मंहगाई बढ़ेगी। आपके विभाग के इंस्पेक्टर राज का उत्पीड़न बढ़ेगा। कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से सभी व्यापारी त्रस्त और परेशान हैं। इन परिस्थितियों में इस आदेश का पालन करना संभव नहीं है।
जीएसटी लगाते समय सरकार ने वायदा किया था कि अन्य सभी लोकल टैक्स समाप्त कर दिये जायेंगे। जीएसटी में पर्याप्त कलेक्शन होने के बाद मण्डी समिति जैसे कर समाप्त कर दिये जाने आवश्यक है। इससे व्यापारियों में सरकार के प्रति विश्वास मजबूत होगा, सरकार के राजस्व में ज्यादा बढोत्तरी होगी। मण्डी टैक्स समाप्त न किये जाने की दशा में प्रदेश का कारोबार अन्य प्रदेशों में चला जायेगा तथा कर चोरी, भ्रष्टाचार व व्यापारियों के उत्पीड़न को बढ़ावा मिलेगा।
मण्डी मे व्यापारियों की दुकानों का मालिकाना हक देते हुए यूजर चार्ज के रूप में फिक्स टैक्स लगाकर मण्डी विभाग के खर्चे की पूर्ति की जाये।
व्यापारियों ने सीएम से आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस लेनें की मांग कीः
इस मौकें पर व्यापारी पदाधिकारी विजेन्द्र पंसारी ,अमन गुप्ता, सुनील जैन , विजय अग्रवाल , मोहित अग्रवाल ,डॉ.रमेश अरोड़ा, संजय गर्ग , साजन गुप्ता,अनमोल जिन्दल,मुदित मोहन अग्रवाल, सुमित कंसल आदि मौजूद थे।
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