भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा : नगर पालिका ने जिस ब्लैक लिस्टिड फर्म को ही दे दिया था लाखों रूपए का टेंडर , उसी ने भ्रष्टाचार में जेई को पहुंचाया जेल में , एडीएम ने दिए जांच के निर्देश
भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा : नगर पालिका ने जिस ब्लैक लिस्टिड फर्म को ही दे दिया था लाखों रूपए का टेंडर , उसी ने भ्रष्टाचार में जेई को पहुंचाया जेल में ,
एडीएम ने दिए जांच के निर्देश
हापुड़। नगर पालिका परिषद हापुड़ में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा चरमसीमा पर हैं । पूर्व में ही ब्लैक लिस्टेड फर्म को ही वर्तमान पालिका बोर्ड ने लाखों रूपए के नलकूप का टेंडर दे दिया था । उसी फर्म ने भ्रष्टाचार के आरोप में जेई को रिश्वत देते रंगे हाथ गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया था । पूरे मामले में एडीएम ने जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार नगर पालिका परिषद हापुड़ के जलकल विभाग में सात साल पहले चौधरी सिक्योरिटी सर्विस को पालिका के नलकूपों पर ऑपरेटर रखने के लिए टेंडर दिया गया था। लेकिन पंप चालकों की को वेतन नहीं देने और ठेकेदार का कर्मचारियों से व्यवहार ठीक न होने के और कारण पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रफुलत सारस्वत व तत्कालीन अधिशासी
अधिकारी ने बोर्ड मीटिंग में फर्म को ब्लैक लिस्टिड करने का प्रस्ताव रख पास होने पर उसे ब्लैकलिस्ट में डाल दिया था।
इसके बावजूद भी नगर पालिका ने इसी फर्म का नलकूप ऑपरेट का टेंडर लगातार आगे बढ़ाया गया।जिसके बाद फर्म ने भुगतान के नाम पर जेई को रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए रंगे हाथ पकड़वाकर जेल भिजवा दिया था। हांलांकि रिश्वत की लाखों की रकम में पालिका में बंटवारे में कौन कौन शामिल थे,इसकी जांच चल रही है।
एडीएम संदीप कुमार ने बताया कि मामलें में जांच के निर्देश दिए हैं।