प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज आपके बच्चे को इन बीमारियों से बचा सकती है, स्टडी का दावा
प्रेग्नेंसी का समय हर महिला के लिए बेहद खास होता है और इस दौरान वे सभी तरह की सावधानियां बरतती हैं ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे को किसी तरह की तकलीफ ना हो और वह गर्भ के अंदर भी और बाहर आने के बाद भी हमेशा ही हेल्दी रहे. यही कारण है कि ज्यादातर गर्भवती महिलाएं (Pregnant Ladies) अपने खानपान से लेकर फिजिकल एक्टिविटी तक पर पूरी निगरानी रखती हैं. वैसे तो गर्भावस्था के दौरान आराम करना जरूरी है लेकिन हल्की फुल्की एक्सरसाइज मां और बच्चे दोनों के लिए हेल्दी मानी जाती है और अब तो स्टडी में भी यह बात साबित हो चुकी है.
प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज करने से बच्चे में बीमारी का ट्रांसमिशन होगा कम
जी हां, एक नई रिसर्च का सुझाव है कि अगर गर्भवती महिला प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज (Exercise during Pregnancy) करे तो गर्भ में पल रहे बच्चे को वयस्क होने के बाद डायबिटीज समेत कई और मेटाबॉलिक बीमारियां (Metabolic Disease) होने का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है. लैब में चूहों पर की गई एक स्टडी में यह बात सामने आयी कि प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने से, मोटापे के शिकार माता-पिता से बच्चे में मेटाबॉलिज्म से जुड़ी बीमारियों का संचरण (ट्रांसमिशन) रोकने में मदद मिल सकती है. शोधकर्ताओं की मानें तो अगर यह बात इंसानों के लिए भी सही साबित होती है तो एक्सरसाइज के जरिए गर्भवती महिलाएं ये सुनिश्चित कर पाएंगी कि उनके बच्चे भविष्य में स्वस्थ जीवन जी पाएं.
प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने से भ्रूण को लाभ कैसे होगा?
अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जिनिया स्कूल ऑफ मेडिसिन के एक्सरसाइज एक्सपर्ट जेन यैन कहते हैं, ‘आज हम जिन क्रॉनिक बीमारियों (एक बार हो जाने के बाद लंबे समय तक ठीक न होने वाली बीमारियां) की चर्चा करते हैं, उनमें से अधिकांश बीमारियों की उत्पत्ति गर्भ में रहने के दौरान ही होती है. ऐसा भी देखने में आता है कि प्रेग्नेंसी से पहले और प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं की खराब सेहत का गर्भ में पल रहे बच्चे पर नकारात्मक असर पड़ता है. जीन्स (Genes) में संभवतः रासायनिक बदलाव के कारण ऐसा होता है.’
इससे पहले भी इस बात को लेकर कई रिसर्च हुई है जिसमें यह बात सामने आयी है कि प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने से बच्चा हेल्दी रहता है, गर्भावस्था के दौरान किसी भी तरह की कॉम्पिलकेशन या प्रीमैच्योर डिलीवरी (Premature Delivery) से भी बचने में मदद मिलती है. लेकिन यैन की ये नई स्टडी इस बात का सुझाव देती है कि प्रेग्नेंसी के दौरान मां द्वारा किए गए एक्सरसाइज के फायदे बच्चे को जीवनभर मिलते रहते हैं. स्टडी में पक्के तौर पर यह बताया गया है कि मैटरनल एक्सरसाइज यानी प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिला द्वारा किए गए एक्सरसाइज से मां या पिता के मोटापे के नकारात्मक असर को बच्चे में ट्रांसफर होने से पूरी तरह से रोका जा सकता है.
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