केके सेल्स प्रा.लि. के प्रोपराइटर केके श्रीवास्तव कहते हैं कि कंसंट्रेटर की मांग देश भर में बढ़ी है जबकि इसे बनाने वाली कंपनियां मांग के अनुरूप सप्लाई नहीं कर पा रही हैं। ऑनलाइन मंगाने पर भी लोगों को कम से कम 15 दिनों का इंतजार करना पड़ सकता है। उधर, प्रयागराज में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के डीलर एलाइड सर्जिकल प्रा.लि. के अनिल सचान कहते हैं, होली के पहले अगर एक माह में चार मशीन भी बिक जाए तो बड़ी बात होती थी। लेकिन, बीते कई दिनों के दौरान इस मशीन की मांग इतनी बढ़ी कि इसे बनाने वाली कंपनी इसकी सप्लाई ही नहीं कर पा रही है। तकरीबन एक माह से उनके यहां मॉल ही नहीं आया। इस बीच प्रयागराज में बहुत से ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने एहतियातन यह मशीन कानपुर, वाराणसी, लखनऊ, दिल्ली से जाकर खरीद ली। वैसे मई के पहले सप्ताह में कंसंट्रेटर मशीन के आने की संभावना है।
पोर्टेबल मशीन से पैदा होती है ऑक्सीजन
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बिजली से चलने वाली एक पोर्टेबल मशीन होती है, जिससे आक्सीजन पैदा की जाती है। सांस के मरीजों के लिए यह मशीन बहुत अच्छी मानी जाती है। मरीज को बिना अस्पताल में भर्ती किए इससे ऑक्सीजन देकर उसे सामान्य किया जाता है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वायुमंडल में मौजूद हवा से नाइट्रोजन को अलग करता और ऑक्सीजन की अधिकतम मात्रा वाली गैस को बाहर निकालता है।
मुंबई, दिल्ली में ही नहीं पूरी हो पा रही मांग
आक्सीजन कंसेंट्रेटर बेचने वाले व्यापारियों का कहना है कि मुंबई और दिल्ली में ही मशीन की मांग पूरी नहीं हो पा रही है। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष लालू मित्तल ने बताया कि व्यापार मंडल ने ऑक्सीजन लंगर के लिए तकरीबन 15 दिनों पहले दस मशीन का आर्डर किया था। कपनी को इसके लिए एडवांस भी दिया गया लेकिन, दिल्ली में लॉकडाउन की वजह से वहां माल डंप पड़ा है।
जितनी भी आए सब बिक जाएगी
व्यापारी अखिलेश सिंह का कहना है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन की इतनी मांग है कि आज की तारीख में जितनी भी मशीन आ जाए, पलक झपकते बिक जाएगी। कई लोग दूसरों की मदद के लिए मशीन खरीदने की इच्छा जता रहे हैं लेकिन, आपूर्ति न होने की वजह से हम भी मजबूर हैं। कंपनी को एडवांस दिया जा चुका है।
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