आखिर वहीं हुआ जिसका पूर्वानुमान था। बढ़ती तपिश के बीच शुक्रवार को भोर से ठंडी हवाओं ने मौसम बदल दिया। दिन भर बादलों के डेरे में सूरज देव दुबके रहे। अचानक पसीने वाली गर्मी गुनगुनी ठंड में बदली। बूंदाबांदी से अधिकतम तापमान करीब पांच डिग्री गोता लगा गया। शाम को तेज अंधड़ फिर देर रात गरज-चमक संग कहीं-कहीं पड़ीं बौछारों से मौसम खुशनुमा हो गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक यह स्थिति स्थायी नहीं हैं। शनिवार को मौसम साफ हो सकता है।
शुक्रवार को भोर से ही बादलों ने धमाचौकड़ी मचाई। करीब 20 दिन बाद लोगों को अचानक बढ़ी गर्मी से बादलों और बूंदाबांदी ने राहत दी। बदले मौसम में 24 घंटे में दिन का अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री से लुढककर 31.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। वहीं रात का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस पर ही स्थिर रहा। ठंडी हवाओं के कारण वातावरण में नमी का स्तर बढ़ गया। आर्द्रता अधिकतम 86 और न्यूनतम 54 प्रतिशत रही।
मौसम विज्ञानी प्रोफेसर एचएन मिश्रा के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता और अचानक बढ़े तापक्रम से मौसम बदला है। इसका पूर्वानुमान था, वही हुआ। चक्रवाती हवाओं ने बादलों को टिकने का मौका दिया। इन्हीं हवाओं के ठंडक ने स्थानीय चक्रवात के साथ बूंदाबांदी और हल्की बारिश कराई है। उन्होंने बताया कि शनिवार को चक्रवाती हवाएं सुस्त पड़ीं तो मौसम साफ हो जाएगा। अब होली तक एक झोंका बारिश के आसार हैं।
सेहत के लिए ठीक नहीं मौसम
डॉक्टरों के मुताबिक अचानक बदला मौसम सेहत के लिए ठीक नहीं हैं। ठंडी हवाओं के बीच धूप निकली तो सर्दी-जुकाम, बुखार, गले में खराब और छाती में जकड़न की परेशानी हो सकती है। इस बीच अभी ठंडे पानी से परहेज जरूर करना होगा। एसआरएन के फिजीशियन डॉ आरएन पांडेय के मुताबिक अभी एहतियात बरतने की जरूरत है। कूलर और एसी न चलाना ही ठीक होगा। सर्दी, बुखार लगे तो चिकित्सक से परामर्श के बाद ही दवा लें।
आखिर वहीं हुआ जिसका पूर्वानुमान था। बढ़ती तपिश के बीच शुक्रवार को भोर से ठंडी हवाओं ने मौसम बदल दिया। दिन भर बादलों के डेरे में सूरज देव दुबके रहे। अचानक पसीने वाली गर्मी गुनगुनी ठंड में बदली। बूंदाबांदी से अधिकतम तापमान करीब पांच डिग्री गोता लगा गया। शाम को तेज अंधड़ फिर देर रात गरज-चमक संग कहीं-कहीं पड़ीं बौछारों से मौसम खुशनुमा हो गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक यह स्थिति स्थायी नहीं हैं। शनिवार को मौसम साफ हो सकता है।
prayagraj news : प्रयागराज का मौसम।
– फोटो : prayagraj
शुक्रवार को भोर से ही बादलों ने धमाचौकड़ी मचाई। करीब 20 दिन बाद लोगों को अचानक बढ़ी गर्मी से बादलों और बूंदाबांदी ने राहत दी। बदले मौसम में 24 घंटे में दिन का अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री से लुढककर 31.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। वहीं रात का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस पर ही स्थिर रहा। ठंडी हवाओं के कारण वातावरण में नमी का स्तर बढ़ गया। आर्द्रता अधिकतम 86 और न्यूनतम 54 प्रतिशत रही।
prayagraj news : प्रयागराज का मौसम।
– फोटो : prayagraj
मौसम विज्ञानी प्रोफेसर एचएन मिश्रा के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता और अचानक बढ़े तापक्रम से मौसम बदला है। इसका पूर्वानुमान था, वही हुआ। चक्रवाती हवाओं ने बादलों को टिकने का मौका दिया। इन्हीं हवाओं के ठंडक ने स्थानीय चक्रवात के साथ बूंदाबांदी और हल्की बारिश कराई है। उन्होंने बताया कि शनिवार को चक्रवाती हवाएं सुस्त पड़ीं तो मौसम साफ हो जाएगा। अब होली तक एक झोंका बारिश के आसार हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग
– फोटो : IMD India
सेहत के लिए ठीक नहीं मौसम
डॉक्टरों के मुताबिक अचानक बदला मौसम सेहत के लिए ठीक नहीं हैं। ठंडी हवाओं के बीच धूप निकली तो सर्दी-जुकाम, बुखार, गले में खराब और छाती में जकड़न की परेशानी हो सकती है। इस बीच अभी ठंडे पानी से परहेज जरूर करना होगा। एसआरएन के फिजीशियन डॉ आरएन पांडेय के मुताबिक अभी एहतियात बरतने की जरूरत है। कूलर और एसी न चलाना ही ठीक होगा। सर्दी, बुखार लगे तो चिकित्सक से परामर्श के बाद ही दवा लें।
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