जैन धर्म के दशलक्षण महापर्व का आज चौथा दिन उत्तम शौच धर्म मनाया गया
हापुड़। पर्व राज दशलक्षण पर्व के शुभ अवसर पर श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर कसेरठ बाजार स्थित हापुड़ में भव्य आयोजन सांगानेर से पधारे गौरव जैन शास्त्री जी के सानिध्य में मवाना से आया ग्रुप के द्वारा संगीत की मधुर ध्वनि के साथ संपन्न कराया गया ।
प्रातः काल से ही मंदिर जी में अभिषेक, शांति धारा ,पूजा,अर्चना की गई विधान का आयोजन श्री अनिल अंबुज पुनीत जैन के द्वारा कराया गया जिसमें काफी श्रद्धालुओं ने भाग लिया ।
इस दश लक्षण पर्व पर गौरव जैन शास्त्री जी ने बताया कि आज उत्तम शौच धर्म का दिन है – उत्तम शौच धर्म
जिस व्यक्ति ने अपने मन को निर्लोभी बना लिया है, संतोष धारण कर लिया है, उसका जीवन परम शांति को उपलब्ध हो जाता है l
जो व्यक्ति उत्तम शौच धर्म को धारण करता है उसकी आत्मा लोभ ओर लालच जैसे मल का त्याग कर परम् उज्ज्वलता को प्राप्त होती है
★कौरवो ने संपूर्ण राज्य चाहा पर हैं होने से प्राप्त नही हुआ और पांडवों का पुण्य परवल होने से नही चाहते हुए भी सब कुछ प्राप्त होता रहा। ★राम जंगल मे भी रहे वहां भी पुन्ययोग से पुण्य के साधन मिलते रहे पर रावण को सोने की लंका में भी प्रतिकूलता बनी रही l
★संसार मे धनवान बड़ा नही धर्मवान बड़ा है और इसलिए धबान कि नही धर्मात्मा की पूजा होती है।
शाम के समय 7:00 बजे आरती की गई उसके पश्चात विद्यासागर पाठशाला की महिलाओं द्वारा 1 लघु नाटिका सती मृगावती का प्रोग्राम कराया गया जिसका संचालन रेणुका जैन द्वारा किया गया ।
नाटिका को सफल बनाने में रिचा गरिमा भावना लवली रूपल चित्रा लक्ष्मी सोनू का सहयोग रहा ।
इस अवसर पर जैन समाज के प्रधान अनिल जैन,पुलकित जैन s k jain जैन,नितिन जैन, संजीव जैन, अशोक जैन, आकाश जैन, विकास जैन ,तुषार जैन ,संदीप जैन, मोनू जैन, सुधीर जैन, ममता जैन,नीतुजैन प्रभा जैन ,प्रेरणा जैन,श्वेता जैन आदि लोग उपस्थित थे
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