जीएस मेडिकल में कोराना मरीज की दुर्गति,अव ्यवस्थाओं का बोलबाला, मरीजों ने लगाई डीएम से गुहार

हापुड़(अमित मुन्ना/अनूप)।
जनपद के पिलखुवा स्थित कोविड़ हास्पिटल में कोरोना मरीजों को सही से इलाज ना मिलनें व गंदगी से परेशान मरीजों ने डीएम से अपने जीवन बचानें की गुहार लगाते हुए प्राईवेट हास्पिटल में शिफ्ट करनें की मांग की। डीएम के निर्देश पर लोकल प्रशासन ने हास्पिटल पहुंच स्टाफ को फटकार लगाते हुए मरीजों का सही से इलाज करनें के निर्देश दिए।
जानकारी के अनुसार जनपद में कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना अपने चरम पर है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिलुखवा स्थित जीएस मेडिकल कॉलेज को कोविड़ हास्पिटल बनाया गया था,जिसमें कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए भर्ती किया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा हापुड़ के अर्जुन नगर निवासी अनुपम राजवंशी का 12 अप्रैल को कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव आने पर पिलखुवा के जीएस हॉस्पिट में एडमिट कराया गया,जहां पर सही इलाज ना होनें व कमरों व टॉयलेट में गंदगी होनें से वह परेशान हो गए।
पीड़ित अनुपम ने बताया कि हास्पिटल व स्टाफ की अव्यवस्था व लापरवाही की शिकायत करनें पर कोई कार्यवाही नहीं की गई और उल्टें खानें व दंवाई भी ठीक से नहीं दी गई ।
उन्होंने बताया कि चादर पांच दिन तक भी नहीं बदली जाती हैं साथ ही गला बहुत खराब होनें पर भी नाश्ते में पराठे और एसिड युक्त आचार दिया जाता है,जिसे खाकर तबियत और बिगड़ जाती है। वार्ड में 12 मरीजों के लिए केवल नहाने के लिए एक बाथरूम, एक बाल्टी और मग्गा है, बाथरूम और शौचालय में हाथ धोने के लिये ना तो हैंडवाश है और ना ही सैनिटाइजर की व्यवस्था है, इससे वार्ड में रहने वाले पेशेंट को और अधिक प्रभावित होने की संभावना है।
मामलें की शिकायत मिलतें ही डीएम अनुज सिंह ने तत्काल लोकल अधिकारियों को हास्पिटल भेजा ,जहां हास्पिटल के स्टाफ को फटकार लगाते हुए अधिकारियों ने व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।
डीएम अनुज सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है। वै स्वंय निरीक्षण कर व्यवस्था को सुधरवायेगें।हांलाकि सीएमओ डॉ.रेखा शर्मा ने भी मेडिकल कॉलेज प्रशासन
से पूछताछ की है।

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