हापुड़। सीडीओ उदय सिंह ने कहा कि ईयर टैगिंग करने के उपरान्त यदि कोई घरेलू जानवर खुले में घूमते हुए पाया जाये तो पशु मालिक के खिलाफ कार्यवाही करना सुनिश्चित करे। साथ ही उन्होने निर्देश दिये कि ईयर टैगिंग करने के उपरान्त कोई भी निराश्रित पशु भी खुले में नही घूमना चाहिए।
सीडीओ यहां कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित अधिकारियों बैठक की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।उन्होंने
संयुक्त निदेशक पशुपालन /नोडल अधिकारी योगेंद्र सिंह पवार ने स्थाई/अस्थाई गौशाला में संरक्षित पशुओं के बारे में जानकारी ली।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया कि शासन ने गूगल पर फॉर्म जनरेट किया है जिसमें 16 बिंदु दिए गए हैं इन बिंदुओं में अपनी सूचना खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से भरे।
मुख्य विकास अधिकारी ने खंड विकास अधिकारियों तथा पशु चिकित्सा अधिकारियों व अधिशासी अधिकारियों को आवारा गौ-वंश को तत्काल अभियान चलाकर आवारा पशुओं को पकड़वाते हुए गौशाला में संरक्षित करने तथा जिला विकास अधिकारी को अपने स्तर से गौशालाओं का समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। स्थाई/अस्थाई गौशाला में संरक्षित पशुओं का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण करने तथा ठंड से बचाव हेतु व्यवस्था करने के लिए पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए। संरक्षित पशुओं के रख-रखाव, चारा, पीने के पानी आदि के उचित प्रबन्ध करने के निर्देश दिए।
इस वर्ष सहभागिता योजना के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य के तहत जरूरतमंद एवं पात्र लाभार्थियों को पशुओं की सुपुर्दगी करने तथा शासन द्वारा दी जाने वाली धनराशि आदि के संबंध में लोगों को जागरूक करने एवं सहभागिता योजना के बारे में लोगों को जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
उन्होने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को गौवंश सरक्षण हेतु शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष गौवंश का संरक्षण करने तथा जो गौशालाएं संचालित नही है उनको तत्काल संचालित कराते हुए क्षमता के आधार पर गौवंश का संरक्षण कराना सुनिश्चित करे। जिन गौशालाओं में टीनशैड, चरही अपूर्ण हैं उन्हें तत्काल पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी संजय कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी विरेंद्र सिंह समस्त खंड विकास अधिकारी समस्त अधिशासी अधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।