कुरैशी बिरादरी ने दहेज नहीं लेने व देने की खाई कसम,कमेटी गठित:हाजी हाशिम

कुरैशी बिरादरी ने दहेज नहीं लेने व देने की खाई कसम,कमेटी गठित:हाजी हाशिम
-सामूहिक विवाह का आयोजन कमेटी द्वारा किया जायेगा
,हापुड़ ।
इस्लाहे कुरैश कमेटी हापुड़ के तत्वावधान में आयोजित बैठक में समाज के लोगों ने विवाह शादियों में फिजूल खर्ची रोकने,दहेज लेनदेन नहीं करने व गरीब लोगों की मदद करने का निर्णय लिया गया।
इस्लाहे कुरैश कमेटी की सिकंदर गेट पर आयोजित बैठक में कुरैशी बिरादरी के सम्मानित लोगों ने शिरकत कर,शादियों में फिजूलखर्ची, दहेज प्रथा को खत्म करने को लेकर चर्चा की।
संयोजक हाजी नईम कुरैशी ने कहा कि शादियों में होने वाले फिजूलखर्चे को रोकने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए जाने आवश्यक हैं। बढ़ती महंगाई और आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद भी हमारे समाज के कुछ लोग अपने बेटे,बेटियों की शादियो में फजूलखर्ची व खर्चा जरूरत से ज्यादा करते हैं। जिससे उनके घर का बजट गड़बड़ा जाता हैं और वे कर्ज के बोझ तले दब जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कर्ज लेकर फजूलखर्ची शादी करना किसी भी सूरत में जायज नहीं है, जिसे रोका जाना बेहद जरूरी हो जाता हैं। उनके समाज में शादियों में बेटी वालो को दहेज देना पड़ता हैं,जो कि समाज के लिए बेहद गलत संदेश हैं। इसे भी समाज की ओर से रोका जाना चाहिए। सभी ने एक स्वर में अपनी रजामंदी इन मुद्दों पर दर्ज कराई हैं और तय किया कि हम शादियों में दहेज, फिजूलखर्ची का पूरा विरोध करेंगे और इसे अमल में लाएंगे। समाज के लोगों के बीच जाकर इन दो मुख्य बातों के प्रति लोगों को जागरूक भी करेंगे।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि समाज में जो लोग आर्थिक तौर पर कमजोर हैं और वे अपने बेटे, बेटियों की शादी करना चाहते हैं। तो ऐसे लोगों की शादी भी संयुक्त विवाह के तौर पर एक ही जगह पर कराने का काम यह कमेटी करेगी।
इस अवसर इरफान कुरैशी,अध्यक्ष हाजी हाशिम कुरैशी,हाजी अनीस, हाजी याद इलाही,हाजी सईद,आशु, खालिद, तय्यब,मुजम्मिल,राशिद,आरिफ,कासिम,हाजी सलीम,हाजी रियाज,हाजी बाबू,रहमईलाही अनवार, यामीन,हाजी रियाजुल आदि उपस्थित रहे।
दूसरी और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सोशल वेलफेयर सोसाइटी के चेयरमैन मो दानिश कुरैशी ने कहा कि यह कुरैशी समाज की बहुत अच्छी पहल है जिसका उनकी संस्था स्वागत करती हैं।