उघमियों ने धीरखेड़ा इन्डस्ट्रियल एरिया की समस्यायों को प्राधिकरण उपाध्यक्ष के सामने रखा, वीसी ने दिया समाधान का आश्वासन, टूटी सड़कें व जल निकासी ना होनें से उघोगों पर पड़ रहा है असर
हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।
धीरखेड़ा इन्डस्ट्रियल एरिया की समस्यायों को लेकर आईआईए का एक प्रतिनिधिमंडल ने प्राधिकरण उपाध्यक्ष डाक्टर नीतिन गौड़ व सचिव प्रदीप सिंह से मुलाकात की और टूटी सड़कों व जल निकासी सहित अन्य समस्यायों के समाधान की मांग की।
धीरखेड़ा इन्डस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज गुप्ता,सचिव धीरज चुग सोनू व कोषाध्यक्ष अतुल गोयल ने कहा कि हापुड़ से लगा धीरखेड़ा इन्डस्ट्रीयल एरिया है जोकि लगभग 45 वर्ष पुराना है एवम् जिसमें लगभग 150 से अधिक उद्योग स्थापित है एवम् काफी सारे उद्यमी यहाँ नये उद्योग की स्थापना करने की इच्छा रखते हैं। परन्तु यहाँ नये उद्योग स्थापित करने में आ रही समस्याओं को देखते हुऐ हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
आईआईए के पूर्व चैयरमेन राजेन्द्र गुप्ता,सचिव पवन शर्मा चेयरमेन शान्तुन सिंघल ने कहा कि धीरखेड़ा इन्डस्ट्रीयल एरिया की एक मुख्य समस्या इन्डस्ट्रीयल एरिया में सड़क की समुचित व्यवस्था ना होना है। औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों की वजह से भारी वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। परन्तु इन्डस्ट्रीयल एरिया में सड़क की व्यवस्था ना होने के कारण वाहनों को उद्योगों तक आने जाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। जिसकी वजह से उद्योगों में माल के आने व जाने में काफी परेशानी व देरी होती है। जिसका उद्योगों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है एवं उद्योगों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि धीरखेड़ा इन्डस्ट्रीयल एरिया की एक और मुख्य समस्या पानी की निकासी है। इन्डस्ट्रीयल एरिया में पानी की निकासी के लिए नाली व नालों की समुचित व्यवस्था ना होने के कारण इन नालों का पानी ओवरफ्लो होकर वापस सड़कों पर फैल जाता है जिस कारण सड़कों पर गंदगी व कीचड एकत्रित हो जाती है साथ ही बरसात के समय पर यह स्थिति और अधिक भयावह हो जाती है। नालों में पानी की निकासी ना होने के कारण पूरे इन्डस्ट्रीयल एरिया की सड़कों पर पानी भर जाता है। जिसकी वजह से उद्यमी, मालवाहनों एवं श्रमिकों को उद्योगों तक आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है तथा सड़कों पर गढ्ढे होने और बरसात का पानी भरने से आए दिन दुर्घटना होती रहती है और किसी बड़े हादसे के होने का डर बना रहता है।
दोनों एसोशिएशन के पदाधिकारियों ने प्राधिकरण उपाध्यक्ष व जिला उघोग के उपायुक्त शैलेन्द्र सिंह को सौंपें धीरखेड़ा इंडस्ट्रीयल एरिया का मानचित्र में बताया कि इन्डस्ट्रियल एरिया इससे काफी बड़ा है, इस मानचित्र में दिखाई गई इन्डस्ट्रियल एरिया की सड़कों को बनवा दिया जाए, क्योंकि यह इंडस्ट्रियल एरिया की महत्वपूर्ण सड़कें हैं।
इस मौकें पर ललित कुमार छावनी वालें सहित अन्य व्यापारी नेता व उघमी मौजूद थे।