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अस्थमा के मरीज रोजाना करें ये योगासन, सांस की समस्या से मिलेगी राहत

World Asthma Day 2023: दुनियाभर में 30 करोड़ से ज्यादा लोग अस्थमा से पीड़ित हैं. सांस की यह पुरानी बीमारी लोगों में कई जटिलताएं पैदा कर सकती है। अस्थमा में, वायुमार्ग संकुचित या सूजन हो जाते हैं और अतिरिक्त बलगम का उत्पादन होता है। इससे सांस लेना मुश्किल हो सकता है और जब आप सांस छोड़ते हैं तो खांसी, घरघराहट (घरघराहट) हो सकती है। आम तौर पर, रोगियों को अस्थमा की जटिलताओं को कम करने के लिए इन्हेलर का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। वहीं, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ योगासनों को दैनिक जीवन में शामिल कर आप न केवल अस्थमा की जटिलताओं को कम कर सकते हैं, बल्कि यह सांस की समस्याओं में भी मददगार माना जाता है।

योग विशेषज्ञों के अनुसार, योग के नियमित अभ्यास से अस्थमा के लक्षणों को ठीक करने में मदद मिल सकती है। योग आपके फेफड़ों को मजबूत बनाता है, जो अस्थमा के लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में आगे की स्लाइड्स में।

पर्स्ड लिप ब्रीदिंग
अस्थमा रोगियों के लिए कुछ सांस वाले अभ्यास काफी फायदेमंद हो सकते हैं, पर्स्ड लिप ब्रीदिंग ऐसा ही एक अभ्यास है। इसके अभ्यास से सांस की तकलीफ से राहत मिलती है। इसका अभ्यास आपके फेफड़ों में ऑक्सीजन को बढ़ाने के साथ सांस लेने की तकलीफ को कम करने में सहायक माना जाता है। रोजाना 5-10 मिनट इस योग के अभ्यास से अस्थमा की जटिलताओं को कम करने में राहत मिल सकती है।

ब्रिज पोज योग
ब्रिज पोज या सेतुबंधासन योग आपकी छाती को खोलता है और गहरी सांस लेने में मदद करता है जिससे अस्थमा की समस्या से राहत मिल सकती है। सेतुबंधासन योग का अभ्यास कमर की समस्याओं को दूर करने के साथ फेफड़ों की शक्ति को बढ़ावा देने में भी सहायक माना जाता है। इसका रोजाना 5-10 मिनट तक अभ्यास करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

कोबरा पोज
ब्रिज पोज़ की तरह कोबरा पोज़ आपकी छाती की मांसपेशियों को फैलाने में सहायक है जिससे अस्थमा और इससे संबंधित सांस की समस्याओं से राहत मिल सकती है। यह रक्त परिसंचरण को भी बढ़ावा देता है, जो बेहतर सांस लेने में मदद करती है। फेफड़ों को स्वस्थ और सांस की समस्याओं को दूर करने में इस पोज के अभ्यास को काफी फायदेमंद माना जाता है।

नोट: यह लेख योग विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। आसन की सही स्थिति के बारे में जानने के लिए किसी योगगुरु से संपर्क कर सकते हैं। डॉक्टर की सलाह पर ही किसी योग को शुरू करें।

अस्वीकरण:  हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को  पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

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