हस्तनिर्मित कागज उद्योग को बढ़ावा देनें के लिए लघु उघमियों को एक प्रतिनिधिमंडल मिला केन्द्रीय मंत्री से,सौंपा मांगपत्र
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हापुड़ ।
पीएम मोदी की पर्यावरण बचानें की मुहिम के तहत हेडमेड पेपर उघोग को बढ़ावा देनें के लिए खादी हेडमेड पेपर इंडस्ट्रीज एसोशिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने केन्द्रीय लघु व सूक्ष्म मंत्री से मुलाकात कर एक मांगपत्र सौंपा।
एसोशिएशन के राष्ट्रीय संयोजक प्रमोद गर्ग ने बताया कि देश व विदेश में हेडमेड पेपर की काफी डिमांड है, परन्तु कच्चा माल उपलब्ध ना होनें व जीएसटी दरों के चलते उघोग चलानें में काफी परेशानियां आ रही हैं।
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इस संबंध में उनके एक प्रतिनिधिमंडल केन्द्रीय लघु व सूक्ष्म उघोग मंत्री नारायण राणे से मुलाकात कर विभिन्न बिन्दुओं पर मांग पत्र सौंपा।
उन्होंने मंत्री नारायण राणे से आग्रह किया कि हस्तनिर्मित कागज उद्योग को बढ़ावा देनें के लिए सरकार कच्चा माल उपलब्ध कराएं, जीएसटी की दरों में छुट दी जाएं तथा आधुनिक मशीनों का नवीनीकरण सहित अन्य कार्य कराएं जाएं, ताकि हेडमेड पेपर उघोग को बढ़ावा मिल सकें।
राष्ट्रीय संयोजक प्रमोद गर्ग ने बताया कि हस्तनिर्मित कागज के लिए 95 प्रतिशत मांग ड्राइंग पेपर, बॉन्ड पेपर, फाइलें, प्रमाण पत्र, लिफाफे, रैपर, सजावटी और फैंसी पेपर जैसे उत्पादों के लिए उपभोक्ता-आधारित है, जबकि फिल्टर पेपर, ब्लॉटिंग पेपर जैसे उत्पादों के लिए पांच प्रतिशत औद्योगिक है। टिश्यु पेपर। आज देश भर में 4,00 से अधिक इकाइयों तक फैला हुआ है ।
इस मौकें पर यूनिडो एक्सपर्ट व पूर्व निदेशक डॉ आर के जैन भी मौजूद रहे। मंत्री नारायण राणे ने उन्हें हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।
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