रंगदारी के मामले में जेल भिजवाने से क्षुब्ध दोस्तों ने की थी कपड़ा व्यापारी की हत्या,दो गिरफ्तार

रंगदारी के मामले में जेल भिजवाने से क्षुब्ध दोस्तों ने की थी कपड़ा व्यापारी की हत्या,दो गिरफ्तार
हापुड़। थाना सिम्भावली क्षेत्र में मिलें अधजली लाश की शिनाख्त दिल्ली के कपड़ा व्यापारी के रूप में हुई थी। दोस्तों ने रंगदारी के केस में जेल भिजवाने से क्षुब्ध होकर व्यापारी की हत्या कर शव जला दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर तंमचे व गाड़ी बरामद की।
सिंभावली क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर खुडलिया के निकट निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के पास मिले अधजले शव की शिनाख्त दिल्ली के कपड़ा व्यापारी नासिर के रूप में हुई है। पुलिस मृतक के दोस्त पर ही हत्या करने की आशंका जता रही है। पुलिस का कहना है कि रंगदारी के एक मामले में मृतक ने अपने दोस्त को फंसा दिया था। जिसका बदला लेने के लिए दोस्त ने हत्या कर शव हाईवे पर फेंककर जला दिया था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
बुधवार को मृतक के भाई ने उनके जूतों के आधार पर दिल्ली के कपड़ा व्यापारी नासिर के रूप में शिनाख्त की। मृतक की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने उनके करीबियों और साथ में काम करने वाले लोगों से भी पूछताछ की है।
थाना पुलिस के अनुसार पिछले दिनों दिल्ली के सीमापुरी इलाके में कुछ बदमाशों ने किसी कारोबारी से तीन करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसके बाद नासिर ने अपने ही दोस्त का नाम मुकदमे में बढ़वा दिया। नाम निकलवाने के लिए दोस्त से रुपये मांगे। मामले की सच्चाई पता चलने पर दोस्तों दिल्ली के ज्योतिनगर निवासी
आमिर व फुरकान ने नासिर की हत्या की योजना बनाई। जिसमें उसने अपने साथी को शामिल किया। दस जनवरी की रात दोनों ने नासिर को कार में बैठाया। गोली मारकर नासिर को मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के फ्लाईओवर के नीचे फेंक कर उसमें आग लगा दी।
पूछताछ का विवरण- गिरफ्तार अभियुक्तगण द्वारा पूछताछ पर बताया कि मृतक नासिर खान उर्फ लालू से हमारी जान व पहचान थी, मैं (आमिर) कपड़े का व्यापार करता हूं, मृतक नासिर उर्फ लालू भी कपड़े का व्यापार करता था, तथा अभियुक्त फुरकान ने मेरे मकान में किराए की दुकान कर रखी है, फुरकान का भाई इरफान का नाम फिरौती के प्रकरण में प्रकाश में आया था, जिसको थाना लोधी स्पेशल सैल दिल्ली द्वारा जेल भेज दिया था और मैं भी पुलिस के डर से घर से फरार हो गया था, जिस कारण मेरा पूरा कारोबार ठप हो गया। मृतक नासिर के अपराधी किस्म के लोगों से सम्बन्ध थे। हमें अन्देशा था कि नासिर ने ही मेरे व इरफान के बारे में पुलिस को जानकारी देकर फसाया है। इसलिए हम दोनों ने मिलकर नासिर उर्फ लालू की हत्या की योजना बनायी, योजनानुसार दिनांक 10.01.2025 को रात्रि 08.00 बजे के आसपास आमिर की गाड़ी सं0 DL 8CAY 1648 महिन्द्र एक्सयूवी 300 को लेकर हम दोनों नासिर को क्लीयर शरीफ जाने का बहाना बनाकर किसी तरह नासिर को गाड़ी में बैठा लिया और हमनें पहले से ही आमिर की स्कूटी से पैट्रोल निकालकर अपनी इसी गाड़ी में रख लिया था और अपनी गाड़ी फुरकान चला रहा था और मैं (आमिर) पीछे बैठ गया था और हमने क्लीयर शरीफ की बजाय गाजियाबाद की तरफ को गाड़ी का रुख कर दिया और छिजारसी टोल से पहले आमिर ने पीछे से नासिर उर्फ लालू के सिर में सटाकर गोली मार दी और गाड़ी को लेकर हम दिल्ली से मुरादाबाद को जाने वाले न्यू हाईवे पर बन रहे निर्माणाधीन पुल से कुछ पहले नासिर उर्फ लालू के शव को गाड़ी से उतारकर कच्ची पटरी पर लिटाकर उसके शव की पहचान छिपाने के उद्देश्य से चेहरे पर व पूरे शरीर पर जल्दी जल्दी पैट्रोल छिड़क कर माचिस से आग लगा दी थी। मृतक नासिर उर्फ लालू, राशिद गैंगस्टर केवल वाला व हाशिम उर्फ बाबा के भी सम्पर्क में था जिसके सम्बन्ध में जांच/छानबीन की जा रही है।