फसल की जुताई को लेकर किसानों और अमरोहा प्रशासन अधिकारियों के बीच हुई जमकर नोंकझोंक
गढ़मुक्तेश्वर। खादर क्षेत्र में गंगा के जनपद अमरोहा का कुछ इलाका गंगा के इस पार गढ़ क्षेत्र में आता है। जिसको लेकर अमरोहा के प्रशासन ने गढ़ के किसानों की फसल की जुताई करा दी। इस बीच दोनों तरफ से नोकझोंक भी हुई। लेकिन अमरोहा प्रशासन ने भूमि को सरकारी बताते हुए अवैध कब्जा हटाया।
बृहस्पतिवार में अमरोहा के धनौरा तहसील टीम गंगा के इस पार पहुंचे। जो गढ़ क्षेत्र की तरफ बसते हैं। इस बीच धनौरा तहसील टीम के लोगों ने गढ़ क्षेत्र के किसानों द्वारा बोई गई गेहूं व गन्ने की फसल को जोतना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि इस दौरान धनौरा के प्रशासनिक अधिकारियों को रोकने का प्रयास किया।
लेकिन उन्होंने उस भूमि को जनपद अमरोहा की सरकारी भूमि बताई और फसल जोत दी। किसानों ने बताया कि जरीब सौ बीघा गन्ने की फसल और करीब 20 बीघा गेहूं की खड़ी फसल को ट्रैक्टर से जुताई कर नष्ट कर दिया है। बता दें कि गंगा का जल स्तर बढ़ने और घटने के कारण पिछले कई सालों से दोनों जनपदों में सीमा विवाद चल रहा है। जिसको लेकर हापुड़ के किसान गंगा की इस तरफ की भूमि को अपनी भूमि बताते हैं, वहीं अमरोहा क्षेत्र के किसान अपनी भूमि होने का दावा करते हैं।
इस संबंध में पहले कई बार दोनों जनपदों के किसानों व अधिकारियों की बैठक भी हो चुकी है, लेकिन वह इस सीमा विवाद का निस्तारण कराने में असफल साबित हो जाते हैं। जिससे किसान और अमरोहा प्रशासन के बीच हर साल नोकझोंक के किस्से सुनने को मिलते रहते हैं।
एसडीएम विवेक यादव ने बताया कि इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। सीमा विवाद के चलते पहले भी बैैठक हुई है, आवश्यकता पड़ने पर टीम को दोबारा भेजकर जांच कराई जायेगी, यदि कही सरकारी भूमि पर कब्जा पाया जाता है, तो जांच कर कार्यवाही की जायेगी।
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