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गर्मी के दिनों में बिजली तारों से फसलों में ना लगे आग
- मुख्य विकास अधिकारी ने विभिन्न विभागों के साथ की बैठक
- आपदा प्रबंधन के लिए 1070 हेल्पलाइन नंबर कराया गया उपलब्ध
हापुड़।
मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अभिषेक कुमार ने शुक्रवार को विकास भवन के सभागार में सभी अधिकारियों से लू प्रबंधन को गम्भीरता से लागू करने के निर्देश दिए।
सीडीओ ने कहा कि नगर पालिकाओं के सभी अधिशासी अधिकारी आवश्यक स्थानों पर शीतल पेयजल की व्यवस्था कर लें। इसके अलावा जिन स्थानों पर आरओ लगे हैं, उन्हें जल्द ही दुरुस्त करा लिया जाए। उन्होंने कहा कि यात्री के रुकने तथा इंतजार करने के स्थान पर पानी की व्यवस्था की जाए। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक से स्कूलों में छात्रों के मध्य लू प्रबंधन का प्रचार प्रसार करने के लिए लू बचाव संबंधी वीडियो चलावने के निर्देश दिए। उन्होनें मुख्य चिकित्सा अधिकारी से समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक रूप से आइस पैक की व्यवस्था करने के साथ-साथ कूल वार्ड भी बनाने के निर्देश दिए। ताकि लू के मरीजों को समस्या का सामना न करना पड़े।
सीडीओ ने विद्युत विभाग के अधिकारी से दोपहर के दौरान विद्युत की निर्बाध आपूर्ति करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये की फसलों के ऊपर से गुजरने वाले विद्युत तार से लगने वाले आग से फसल को नुकसान न पहुंचने पाए। सीडीओ ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से सभी चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लू से बचाव एवं राहत हेतु क्या करें, क्या ना करें का व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए।
आपदा विशेषज्ञ गजेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि हीट वेव दिन का औसत रूप से 6 से 15 अप्रैल के मध्य प्रारंभ होने की सूचना प्राप्त है। उन्होंने बताया कि लू से बचने के लिये कड़ी धूप में बाहर ना निकलें, दोपहर में 12 से तीन के बीच बाहर न निकलें। इसके अलावा अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। ताकि डिहाइड्रेशन का शिकार ना हो। उन्होंने बताया कि लू लगने के पश्चात शरीर को गीले कपड़ों से पोछ जाए तथा सिर पर सामान्य तापमान का पानी डाला जाए तथा शरीर का तापमान कम करने का उपाय करे। इसके अलावा ओआरएस, नींबू पानी का घोल पिलाया जाए। आपदा प्रबंधन जानकारी तथा सहायता के लिए राहत हेल्पलाइन नंबर 1070 उपलब्ध कराया गया है। जिस पर फोन करके आपदा संबंधी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर घोषित आपदा की सूची में लू को शामिल किया गया है।